Saiyaara Box office: ‘सैयारा’ की कहानी दो ऐसे लोगों की है जो एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, लेकिन दोनों अंदर से पूरी तरह टूट चुके हैं।एक तरफ एक लड़की है जिसने ज़िंदगी की सबसे बड़ी त्रासदी झेली है। उसका दिल सिर्फ टूटा नहीं है, बल्कि चकनाचूर हो चुका है। दूसरी तरफ एक लड़का है जो अपने अधूरे, बिखरे हुए सपनों को लेकर ज़िंदगी में भटक रहा है।इन दोनों की ज़िंदगी में केवल निराशा ही बाकी रह गई है — कोई दिल से टूटा है, कोई सपनों से।एक ऐसा दृश्य सोचिए, जहाँ हज़ारों की भीड़ के सामने आप खड़े हों, और लोग ताली बजा रहे हों, बस आपकी आवाज़ सुनकर — काश ऐसा होता। यही वो मोड़ है जब एक टूटा दिल और एक अधूरा सपना मिलते हैं, और ज़िंदगी को एक दूसरा मौका मिलता है।
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मोहित सूरी हमेशा से जाने जाते हैं ऐसे किरदारों की कहानियाँ दिखाने के लिए, जो न सिर्फ फिल्म के अंदर के पात्रों का दिल तोड़ती हैं, बल्कि देखने वालों को भी अंदर से हिला देती हैं। याद है आपको – आशिकी 2, एक विलन, वो लम्हे?इस कहानी में एक लड़की है जो एक डायरी को अपने दिल के बहुत करीब रखती है। लेकिन वह डायरी के साथ कुछ अजीब व्यवहार करती है —जब भी वह उसमें कुछ लिखती है, तुरंत वह पन्ना फाड़कर फेंक देती है, जैसे कि वो कुछ भूलना चाहती है, या फिर भूल चुकी है। अब सवाल यह है कि —क्या वह लड़का इन फटे हुए पन्नों को पढ़कर उस लड़की के दिल तक पहुँच पाएगा? क्या वो सपना पूरा होगा या हमेशा एक सपना ही रह जाएगा?
Saiyaara Box office | म्यूज़िक और इमोशन:
फिल्म की शुरुआत ही इतनी इमोशनल है कि थियेटर में बैठते ही आपका दिल भी भर आएगा। इतनी खूबसूरती और गहराई से लड़की के किरदार को दिखाया गया है कि दर्शक तुरंत कनेक्ट कर जाएंगे। फिल्म में एक गाना आता है — जब अर्जीत सिंह की आवाज़ थियेटर में गूंजती है, तो आप सबकुछ भूलकर बस उस एहसास में बह जाएंगे।
म्यूज़िक के साथ-साथ, फिल्म की शुरुआत ही एक धमाके जैसी होती है —एक तरह से ये फिल्म नेपोटिज़्म के खिलाफ आवाज़ उठाती है, और ये बहुत प्रभावशाली लगता है।
“वैसे तो जिस फिल्म के डायरेक्टर का टेस्ट म्यूज़िक में मजेदार होता है, उसकी फिल्मों के इमोशनल सीन भी काफी पॉपुलर होते हैं। यहाँ भी कुछ वैसा ही है। सैयारा मूवी की बात करें तो इसका म्यूज़िक और इमोशन दोनों ही काफी ज़ोरदार हैं, और यह फिल्म जनता के बीच काफी धूम मचाने वाली है।”
Saiyaara Box office| कैसा है फिल्म का फर्स्ट हाफ
“फिल्म के फर्स्ट हाफ की बात करें तो यह ठीक वैसा ही है जैसा कि ट्रेलर देखकर आप अंदाज़ा लगा सकते हैं। लेकिन एक सीन आता है फिल्म में, जहाँ लड़का और लड़की एक-दूसरे से प्यार का इज़हार करते हैं — वह सीन इस फिल्म में वाकई में बहुत स्पेशल है। उसके डायलॉग्स में कुछ ऐसे शब्द हैं जो सच में इमोशनल हैं, और वहीं आप महसूस कर पाएंगे कि कैसे पर्सनल ट्रैजेडी इन दोनों को एक-दूसरे के करीब ले आती है।वाकई में यह फिल्म काफी मजेदार है। अब तक के हिसाब से तो टिकट का पैसा पूरा वसूल है। सेकंड हाफ में जब आप फिल्म देख रहे होंगे, तब मोहित सूरी ने एक ज़बरदस्त सस्पेंस क्रिएट किया हुआ है। पूरी कहानी आपको तभी समझ आएगी जब आप पूरी फिल्म देखेंगे। सिर्फ ट्रेलर या पोस्टर देखकर आप अंदाज़ा नहीं लगा सकते कि इसमें एक बड़ा ट्विस्ट छिपा हुआ है — और यही ट्विस्ट फिल्म की पूरी कहानी को बदल देता है। यह फिल्म उन लोगों के लिए भी है जो इसे अपनी पर्सनल लाइफ से जोड़कर देख सकते हैं। शायद!”
Saiyaara Box office| फिल्म की एंडिंग
वाकई में काफी इमोशनल है। यहां पर हो सकता है कि आपकी आंखें भर आएं। बहुत से लोगों को शायद अपनी ही ज़िंदगी की कहानी भी याद आ जाए। वैसे तो काफी लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज हैं कि फिल्म देखें या नहीं, लेकिन सच कहें तो यह फिल्म काफी शानदार, नेचुरल और साथ ही साथ मजेदार भी है। आप इसे ज़रूर देख सकते हैं। अब तक के रिकॉर्ड के अनुसार, इसके टिकट भी बड़ी संख्या में बिक चुके हैं। यह फिल्म बिल्कुल भी टाइम वेस्ट नहीं है। अगर आपके मन में यह चल रहा है कि इसमें केवल रोमांस या चुम्बन सीन होंगे, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। आप यह फिल्म अपने फैमिली के साथ भी बैठकर देख सकते हैं और भरपूर आनंद ले सकते हैं। यकीन मानिए, ‘सैयारा’ एक बहुत ही सीरियस फिल्म है। इसकी स्टोरी बिल्कुल अलग और दिल को छू लेने वाली है। फिल्म की हीरोइन इतनी सिंपल है कि वह बहुत ज़्यादा रियल लगती है। एक सेकंड के लिए भी ऐसा नहीं लगता कि वह एक्टिंग कर रही है — सब कुछ बिल्कुल नैचुरल और परफेक्ट लगता है। एक बार फिर कहना चाहेंगे — यह फिल्म वाकई में मजेदार है। अगर आप इसे देखने जाते हैं, तो यकीन मानिए पूरा पैसा वसूल है!