पश्चिम बंगाल में सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर की गिरफ्तारी: सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और लॉक इनवेस्टमेंट के एजेंट्स को लेकर पश्चिम बंगाल में सियासी हलचल तेज हो गई है। कई लोगों का कहना है कि उनका बिल्डर सही है, जबकि कई लोगों ने इसे गलत भी ठहराया है। एक ही देश में दो तरह की राजनीति क्यों हो रही है? हालाँकि शर्मिष्ठा पनोली ने अपनी गलती के लिए माफ़ी माँग ली थी, फिर भी उन्हें गिरफ्तार क्यों किया गया? यहां तक कि बीजेपी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ को लेकर वीडियो शेयर करने के मामले में कार्रवाई करवाई। पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन्हें गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है। बता दें कि कोर्ट ने शर्मिष्ठा पनोली को 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बंगाल पुलिस ने 1500 किमी दूर जाकर इस लड़की को गिरफ्तार किया, लेकिन अब यह मामला केवल लड़की तक सीमित नहीं रह गया है। शर्मिष्ठा पनोली ने क़ानून, अभिव्यक्ति की आज़ादी और सत्ता के रवैये पर सवाल उठाए हैं। जहां तक माफ़ी का सवाल है, नाम लेकर भी कई गंभीर प्रश्न उठाए गए हैं।
हालाँकि आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि धर्म के आधार पर शत्रुता की भावना फैलाने के आरोप में उस लड़की को गिरफ्तार किया गया है। ऐसे आरोप लगाए गए हैं और उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।इस मामले को लेकर कंगना रनौत ने क्या कहा? इस मामले पर अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि “मैं मानती हूं कि शर्मिष्ठा के बोलने का तरीका या कुछ शब्द गलत हो सकते हैं, लेकिन आजकल युवा इस तरह के शब्द अक्सर इस्तेमाल करते हैं। हालांकि उन्होंने अपने वाक्यांशों और कथनों के लिए माफी भी मांग ली है, जो कि पर्याप्त है। उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और उन्हें इस तरह से परेशान करने की कोई आवश्यकता नहीं है।”
शर्मिष्ठा मामले में आंध्र प्रदेश के पवन कल्याण ने
आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश के पवन कल्याण ने कहा है कि शर्मिष्ठा ने अपने वीडियो और अपने द्वारा कहे गए शब्दों के लिए माफ़ी भी मांगी है, इसके बावजूद उन्हें गिरफ्तार क्यों किया गया? जब कोई व्यक्ति सनातन धर्म या किसी भी धर्म को नैतिक रूप से गलत या घटिया शब्दों में प्रस्तुत करता है, तो उसमें लाखों लोग शामिल होते हैं, तब कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया जाता? तब माफ़ी एकतरफा क्यों स्वीकार की जाती है? क्या पश्चिम बंगाल की पुलिस और देश यह सब नहीं देख रहे हैं?
आइए जानते हैं क्या कहा है कांग्रेस नेता कार्ति पी स्ट्रॉबेरी ने
हालांकि कांग्रेस नेता कार्ति पी. चिदंबरम ने भी इस मामले में कहा है कि पश्चिम बंगाल पुलिस का दुरुपयोग किया जा रहा है और गिरफ़्तारी को गलत ठहराया गया है। महाराष्ट्र के भाजपा नेता नितेश राणे ने कहा, “रामगिरी महाराज जब सच बोलते हैं तो परेशानी, शर्मिष्ठा जब सच बोलती हैं तो परेशानी। माफ़ी मांगो, पोस्ट डिलीट करो! लेकिन जब पश्चिम बंगाल में रोज़ाना कुछ नेता सनातन धर्म पर हमला करते हैं, तो उन्हें माफ़ी क्यों नहीं मांगनी पड़ती? उस समय ‘सर्व धर्म समभाव’ कहाँ चला जाता है? जागो हिंदू जागो!” ऐसा स्पष्ट होता है कि हमारे देश में अभी भी वक्ता की आज़ादी है। जब किसी नेता द्वारा सनातन धर्म या किसी अन्य धर्म पर हमला किया जाता है, तो उसके लिए कोई अपराध नहीं बनता। लेकिन माफ़ी मांगने के बावजूद किसी को ‘गद्दार’ क्यों कहा जाता है? शर्मिष्ठा लॉक केस के साथ-साथ सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हो रही है, जिसमें एक विदेशी सेक्स वर्कर का भी ज़िक्र है। उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट के जवाब में एक और वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उसने बॉलीवुड के कलाकारों की पसंद पर सवाल उठाए। इसके बाद यह मामला सामने आया और काफी विवादों में रहा।